जब तुम आना ,,,




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सुनो,,,

जब तुम आओ तो
दरवाजे पर घंटी मत बजाना
पुकारना मुझे नाम लेकर
और हाँ अपना समय साथ लाना
फिर दोनो समय को जोड़ बनाएंगे एक झूला
अतीत और भविष्य केबीच
उस झूले पर बतियाएंगे
और जब लौटो तो
थोड़ा मुझे ले जाना साथ
थोड़ा खुद को छोड़े जाना
फिर वापस आने के लिए
खुद को एक दूसरे से पाने के लिए ,,,,
       
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